हाँ, 8 साल के बच्चों को जोर से पढ़कर सुनाना अभी भी कई कारणों से महत्वपूर्ण है। धाराप्रवाह पठन सुनने से बच्चों को सही उच्चारण, स्वर और गति को समझने में मदद मिलती है। इस उम्र में भी, बच्चे नए शब्दों और वाक्यांशों से परिचित होते हैं, जिनका सामना उन्हें अपने स्वयं के पठन में नहीं हो सकता। इसके अलावा, साथ में जोर से पढ़ना किताबों के प्रति प्रेम को बढ़ावा देता है और माता-पिता और बच्चे के बंधन को मजबूत करता है। इस उम्र में बच्चे कहानी पर चर्चा करने के लिए सक्षम और उत्सुक होते हैं, जिससे उनकी समझ और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है। जोर से पढ़ना उनके स्वतंत्र पठन को पूरा करता है और उनकी समग्र साक्षरता विकास में सहायता करता है।