गर्मी के मौसम का मध्यकाल था और छोटा दर्जी अपनी कार्यशाला में कड़ी मेहनत कर रहा था। वह कपड़े को नापता, काटता और सिलता था। जब वह काम कर रहा था, तो उसका जैम सैंडविच उसके बगल में पड़ा था, जिस पर मक्खियों का झुंड आ गया था। छोटा दर्जी अपना खाना उनके साथ साझा नहीं करना चाहता था, इसलिए उसने झुंझलाहट में उन्हें कपड़े से मार भगाया। धप! उसने एक ही झटके में सात मक्खियाँ मार गिराईं।
वह अपने हुनर पर खुश था। उसने सोचा, "मैं इतना प्रतिभाशाली हूँ कि दुनिया को इसके बारे में जानना चाहिए!" उसने कपड़े का एक टुकड़ा उठाया, उस पर "सात एक झटके में!" शब्द कढ़ाई किए और उसे अपनी कमर पर बाँध लिया।
उसने कुछ पनीर को कपड़े में लपेटा और उसे अपनी जेब में रख लिया, साथ ही गेट के पास से एक छोटी सी चिड़िया को भी पकड़ लिया। फिर वह अपनी कार्यशाला को अलविदा कहने और दुनिया में जाने के लिए तैयार हो गया।
उसके पैर तेज़ थे और उसे ज़्यादा सामान उठाने की ज़रूरत नहीं थी, इसलिए उसने जल्द ही खुद को एक पहाड़ की चोटी पर पाया। और क्या आप यकीन करेंगे, ठीक उसी चोटी पर एक दानव बैठा था।
"शुभ दिन, मेरे दोस्त," छोटे दर्जी ने कहा, "मैं दुनिया देखने के लिए निकला हूँ। क्या तुम मेरे साथ नहीं चलना चाहोगे?"
“तुम्हारे जैसा छोटा बौना मुझे अपना दोस्त क्यों कह रहा है?” दानव ने नाक सिकोड़ते हुए कहा। “तो पहले मैं तुम्हारी परीक्षा लूँगा। क्या तुम यह कर सकते हो?” उसने पूछा। उसने एक बड़ा पत्थर उठाया, उसके चारों ओर अपना हाथ लपेटा और इतनी ज़ोर से दबाया कि पानी टपकने लगा।
छोटे दर्जी ने पलक झपकते ही कहा। उसने अपनी जेब से पनीर निकाला, जो पत्थर जैसा दिख रहा…