एक समय की बात है, एक बहुत छोटे से घर में एक महिला और उसकी तीन बेटियां रहती थीं। बड़ी दो बेटियां मेहनती थीं। वे बिना कोई शिकायत किए घर के हर काम को करती थीं। लेकिन सबसे छोटी बेटी हन्नाह काम को लेकर बिल्कुल भी उत्साहित नहीं थी। वास्तव में वह बहुत आलसी थी।
एक दिन एक सुंदर युवक उनके घर आया। वह एक उपयुक्त दुल्हन की तलाश में था। उसने दरवाजा खटखटाया, सभी का अभिवादन किया। उसने देखा कि मां चूल्हे पर स्वादिष्ट स्टू पका रही थी, जबकि दो बड़ी बहनें बहुत मेहनत और लगन से लंबे धागे कात रही थीं। केवल सबसे छोटी हन्नाह चूल्हे के पीछे बैठी अपने नाखूनों को तराश रही थी।
“मैडम,” युवा लड़के को यह देख आश्चर्य हुआ और वह बोला, “आप अपनी सबसे छोटी बेटी से काम क्यों नहीं करवा रहीं? क्या वह खाना नहीं बना सकती या सफाई नहीं कर सकती? क्या वह अपनी बहनों की तरह अच्छी तरह से कताई नहीं कर सकती?”
मां ने सोचा कि अगर आलसी, सारा दिन खाली बैठे रहने वाली हन्ना से छुटकारा मिल जाए तो इससे बड़ी खुशी की बात और क्या होगी, इसलिए उसने जल्दी से एक कहानी गढ़ी: " मैं उसे तुरंत तकली दे सकती हूं। लेकिन हन्ना इतनी बढ़िया कातती है कि वह हमारे पास जो कुछ भी है, सब कुछ कात सकती है!" उसने सिर हिलाते हुए कहा।
"न केवल धागा, बल्कि छत का पुआल और खेत के गट्ठर भी। अगर मैं उसे दूं तो वह मेरे बाल भी कात सकती है! और फिर हम क्या करेंगे? नहीं साहब, उसे कोई काम न देना ही बेहतर है।"
लड़के ने गंभीरता से लड़की को देखा, लेकिन मां की प्रशंसा पर उसे जरा भी भरोसा नहीं हुआ। यह दिखाने के लिए कि उसे उसकी बात पर विश्वास नहीं हो रहा, उसने…