ग्रिम भाई
जादुई बौने और मोची
इस प्रचलित परी कथा में, आप एक असाधारण घटना के बारे में पढ़ेंगे जो एक गरीब, साधारण मोची के साथ घटी। यह जानने के लिए इसे पढ़ें कि उसकी वर्कशॉप में क्या जादू हुआ और दयालुता, उदारता और आपसी मदद की इस कहानी का आनंद लें।
समुद्र के पास एक छोटा-सा
जैसे कल, वो ख़ाली हाथ लौट रहे थे। जैसा कि उससे पिछले दिन था। यहाँ तक कि शिकारी भी दुखी थे। कोई भी एक छोटी मछली तक लेकर नहीं
गांववालों के लिए, यह तबाही से कम नहीं था। समुद्र से मिलने वाले तोहफे ही उनका रोज़ का खाना थे। मछलियों के अलावा वे सील, समुद्री घोड़े और व्हेल मछली का भी शिकार करते थे, मगर बहुत समय से यह गायब हो चुके थे। ऐसा लग रहा था जैसे समुद्र अचानक सभी जीवन से खाली हो गया हो।
कोई नहीं जानता था क्या करना चाहिए। उन्हें कहाँ से कुछ खाना
सिर्फ़ एक ऐसी माँ थी जो शांत बैठकर सबका दुख नहीं देखना
जब वे वहाँ पहुँचे, तो उन्होंने उससे कहा: “मेरे बच्चे, जाकर समुद्र से पूछो आख़िर बात क्या है। पूछो की सभी मछलियाँ और सील कहाँ चले गए हैं।“
बेटे ने हैरानी से अपने माँ की तरफ देखा। “समुद्र से पूछूँ?” उसने घबराकर पूछा।
उसकी माँ ने जवाब दिया: “तुम्हारे दादा और परदादा दोनों शमन थे। माना जाता है कि उनमें जादुई शक्तियां थीं और वो समुद्र से बात कर