बहुत दूर, सात पहाड़ों और सात घाटियों के पार एक राज्य था, जहाँ एक बहुत बड़ा खेत था जिसमें बहुत सारे जानवर रहते थे। हर सुबह जानवर उठते और खेत चहल-पहल से भर जाता। मुर्गियाँ पूरे दिन कुड़कुड़ातीं और मिट्टी में केंचुए ढूँढ़ने के लिए उथल-पुथल मचातीं। सूअर के बच्चे कीचड़ में लोटते, अपनी पीठ खुजलाते और संतोष से घुरघुराते। सफेद हंस आँगन में गर्व से टहलते और जितना ज़ोर से बोल सकते थे, बोल रहे होते। आलसी बिल्ली हमेशा फार्महाउस की छत से पूरे खेत पर नज़र रखता और कभी-कभी धीरे-धीरे अपने आप ही बैठा म्याऊँ-म्याऊँ करता। और ऐसा कौन सा खेत होगा जिसमें कोई मुर्गा न हो, जो हर सुबह बाँग देकर सबको जगा दे?
लेकिन यह कोई आम खेत नहीं था। यहाँ एक और बहुत ज़रूरी निवासी रहता था — ट्रैक्टर टोनी। टोनी किसान की हर जगह मदद करता। वह अपना ताक़तवर इंजन चालू करता और किसान की मदद के लिए निकल पड़ता, कभी आलू खोदने, कभी बीज बोने और कभी खेत जोतने। कभी-कभी वह जंगल में लकड़हारों की भी मदद करता। टोनी उन्हें पेड़ को काटते हुए देखता, और जब वह ज़मीन पर गिर जाता, तो वह फिर से इंजन चालू करता, गियर बदलता और भारी तने को खींचकर ले जाता।
अक्सर किसान के यहाँ एक बहुत ही ख़ास मेहमान आया करती थी — ख़ुद राजकुमारी। राजकुमारी कई बार खेत में लंबी दावतों के लिए आती। वह पास के महल में ही रहती थी, और उसे खेत के स्वादिष्ट पकवान बहुत पसंद थे।
एक दिन, जब राजकुमारी खेत पर आई हुई थी, तभी एक भयानक ड्रैगन वहाँ आ पहुँचा। वह खेत के ऊपर उड़ता हुआ आया और अपने मुँह से आग की लपटें बरसाने लगा। सब लोग डरकर घर के अंदर भागने लगे, लेकिन राजकुमारी दरवाज़े तक…